रेवाड़ी, 29 जुलाई
हरियाणा महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से रेवाड़ी जिले में अनाथ, बेसहारा और जरूरतमंद बच्चों के लिए फॉस्टर केयर (पालक परिवार) योजना लागू की गई है। इस योजना के तहत ऐसे बच्चों को एक सुरक्षित, स्नेहपूर्ण और पारिवारिक माहौल देने के उद्देश्य से चयनित पालक परिवारों को बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
डीसी अभिषेक मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना के अंतर्गत पालक परिवारों को बच्चों की देखभाल के लिए हर महीने 4000 रूपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। यह सुविधा उन बच्चों के लिए है जो या तो अनाथ हैं, उनके माता-पिता असमर्थ हैं, जेल में हैं या गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। ऐसे बच्चे, जिनकी कोई देखभाल करने वाला नहीं है, उन्हें समाज के भरोसेमंद परिवारों के साथ जोड़ा जाएगा।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी दीपिका ने बताया कि बाल कल्याण समिति और जिला बाल संरक्षण इकाई मिलकर योग्य पालक परिवारों की सूची तैयार करती है। इन बच्चों को एक तय समयावधि तक पालक परिवारों के पास रखा जाएगा। जरूरत पड़ने पर इस अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी शालू यादव ने बताया कि इच्छुक परिवारों को पूरी प्रक्रिया से अवगत कराया जाएगा। विभाग की टीम समय-समय पर पालक परिवारों का निरीक्षण भी करेगी। जिन बच्चों को संस्थाओं से बाहर लाकर पारिवारिक माहौल देने की जरूरत होती है, उनके लिए यह योजना बेहद कारगर साबित हो रही है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए रेडक्रॉस भवन, रूम नंबर-8 रेवाड़ी या दूरभाष नंबर 01274-221852 पर संपर्क कर सकते है।
पालक परिवार बनने के लिए शर्तें
दोनों पति-पत्नी भारतीय नागरिक हों, उनकी उम्र 35 वर्ष से कम होनी चाहिए, मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ हों, बच्चों की देखभाल के प्रति संवेदनशील हों और उनका आपराधिक रिकॉर्ड न हो।
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